विटामिन सी की कमी से स्कर्वी प्राचीन काल से जाना जाता था। 1747 में स्कॉटिश चिकित्सक जेम्स लिंड ने स्कर्वी के खिलाफ खट्टे फलों की प्रभावशीलता साबित करने वाला पहला नैदानिक परीक्षण किया।
1928 में हंगेरियन जैव रसायनज्ञ अल्बर्ट सेंट-जॉर्जी ने मिर्च से विटामिन सी को अलग किया, इसे "हेक्सुरोनिक एसिड" नाम दिया।
1933 में स्विस रसायनज्ञ तदेउस रेइचस्टीन ने विटामिन सी संश्लेषण की पहली औद्योगिक विधि विकसित की, 1950 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया।
आज विटामिन सी दुनिया में सबसे अधिक उत्पादित और उपभोग किए जाने वाले विटामिनों में से एक है।